कुपोषण को दूर करने में सामाजिक सहभागिता जरूरी : अमरजीत भगत

Chhattisgarh Crimes

रायपुर। खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने आज अपने निवास कार्यालय सरगुजा कुटीर से वर्चुअल माध्यम से राजनांदगांव जिले के तीन ब्लॉक मानपुर, मोहला और छुईखदान में पोषण अभियान के लिए ग्राम पानाबरस से शुभारंभ किया। मंत्री  भगत ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कुपोषित बच्चों व एनीमिक गर्भवती माताओं को पौष्टिक आहार के लिए दो अक्टूबर 2019 को महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री सुपोषण योजना का शुभारंभ किया।

आज पुनः जिले के तीन विकासखण्ड मानपुर, मोहला, छुईखदान जहां कुपोषण की संख्या अधिक है, वहां अतिरिक्त आहार व सघन देख-रेख के लिए पोषण माह का शुभारंभ किया गया है। योजना के तहत सभी कुपोषित बच्चों केे लिए अतिरिक्त पौष्टिक आहार की व्यवस्था की गई है। सामान्य एवं कोविड काल में भी आहार में अण्डा, मंूगफली, गुड़, चना आदि दिया गया। इसका सार्थक परिणाम रहा है। एनीमिया व कुपोषित बच्चों व माताओं को अतिरिक्त आहार खनिज न्यास निधि के माध्यम से प्रदान किया जाएगा।

खाद्य मंत्री श्री भगत ने कहा कि कुपोषण दूर करने के लिए सामाजिक भागीदारी भी जरूरी है। बच्चों और माताओं को अतिरिक्त आहार और बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने राज्य सरकार निरंतर प्रयास कर रही हैं। कुपोषण दूर करने के महत्वकांक्षी कार्य में यूनीसेफ और एम्स जैसे उत्कृष्ठ संस्थाओं का सहयोग प्रशंसनीय है।

वर्चुअल माध्यम से आयोजित कार्यक्रम में खाद्य विभाग के सचिव टोपेश्वर वर्मा, विशेष सचिव मनोज सोनी, मार्कफेड की प्रबंध संचालक श्रीमती किरण कौशल, नॉन के प्रबंध संचालक निरंजन दास, राजनांदगांव जिले के कलेक्टर तारण प्रकाश सिन्हा, एम्स के निर्देशक डॉ. नितिन नागरकर, यूनिसेफ के प्रतिनिधि सहित आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, एएनएम, मितानित व अन्य स्थानीय जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थे।