रायपुर। बीते सत्रह नवंबर को प्रॉपर्टी डीलर द्वारा कराई गई रिपोर्ट कि उसे उसके दोस्त ने ही पेट्रोल छिड़ककर ज़िंदा जलाया है, वह मामला पूरी तरह फ़र्ज़ी निकला है।पुलिस को प्रॉपर्टी डीलर अभिषेक राय की कहानी पर शक था लेकिन सीडीआर के बाद शक यकीं में बदल गया। अभिषेक राय ने विवाहित प्रेमिका को ससुराल वापस जाने से रोकने उसे डराने के लिए आग लगाई थी, और फिर पूरा मामला गढ़ लिया था। राजधानी पुलिस ने रायपुर कोर्ट को आवेदन देकर इस प्रकरण में गिरफ़्तार तूफ़ान वर्मा को प्रकरण से मुक्त करने के लिए पत्र भेज दिया है। वहीं प्रॉपर्टी डीलर अभिषेक राय और उसकी विवाहित प्रेमिका के विरुध्द झूठा मामला गढ़ने और फ़र्ज़ी गवाही देने का अपराध दर्ज किया जा रहा है।
प्रॉपर्टी डीलर अभिषेक राय ने पुलिस को बताया था कि उसे उसके मित्र तूफ़ान ने बकाया रक़म माँगने पर विवाद किया और पेट्रोल डाल कर ज़िंदा जलाने की कोशिश की। बतौर गवाह जिस महिला को अभिषेक राय ने पेश किया था वह दरअसल विवाहित प्रेमिका है जो संबंधों को समाप्त कर के ससुराल जाना चाह रही थी। राजधानी पुलिस को अभिषेक की बताई कहानी पर शक था। हालाँकि पुलिस ने आरोपी बताए गए तूफ़ान को गिरफ़्तार कर जेल भेज दिया था, लेकिन विवेचना जारी रखी थी। पुलिस को जब सीडीआर मिला तो खुलासा हुआ कि कथित घटना के समय तूफ़ान वर्मा रायपुर में नहीं बल्कि चित्रकूट नारायणपाल में था।पुलिस ने घटना की साक्षी बनी महिला का पूरक बयान लिया और तथ्यों को लेकर पूछताछ की तो महिला ने सब कुछ सच उगल दिया।
महिला ने पुलिस को बताया
“अभिषेक से पूर्व में प्रेम संबंध था, मेरा विवाह बिलासपुर हो गया था, किसी बात पर झगड़ा हुआ तो मायके आ गई थी, और वापस ससुराल जाती तभी अभिषेक ने विवाह के पहले की फ़ोटो ससुराल भेजी जिससे संबंध और ख़राब हो गए,फिर वह अभिषेक के साथ भाठागांव में रहने लगी।लेकिन अभिषेक उसे बीच में छोड़कर घर चला गया था, विवाद हुआ तो हाथ की नस काट लिया। जब भी विवाद झगड़ा होता तो कुछ न कुछ कर लेने की धमकी देता। मैं वापस जाना चाहती थी, सत्रह नवंबर को शाम को यह फिर आया और अपना प्लॉट दिखा कर बोला कि ढंग से रहते तो यहाँ मकान होता।इस पर फिर विवाद हुआ और मैंने कहा कि तुम मेरी शादीशुदा ज़िंदगी को बर्बाद किए हो, मुझे तुम्हारे साथ नहीं रहना है। इस बीच अभिषेक ने खुद पर पेट्रोल डाल लिया और आग लगा ली।वहाँ से उसे मेकाहारा लाए और फिर वह डीकेएस में भर्ती हुआ”
महिला ने आगे कथन दर्ज कराया
“रंजिशवश अभिषेक वर्मा ने तूफ़ान वर्मा को पेट्रोल डालकर जलाया है यह कह कर झूठा रिपोर्ट लिखाया है।अभिषेक वर्मा खुद अपने उपर पेट्रोल डालकर आग लगाया है।तूफ़ान वर्मा या अन्य कोई व्यक्ति वहाँ पर आकर अभिषेक राय को पेट्रोल डालकर नहीं जलाया है।मैंने पहले तूफ़ान वर्मा का नाम लिया था, यह बात मैंने अभिषेक से डर के कारण लिखवाया था”