मैनपुर के दूरस्थ वनांचल के ग्रामों में जल जीवन मिशन का हाल बेहाल, सुध लेने वाला कोई नहीं

ग्राम झोलाराव सडक,स्वास्थ्य, शिक्षा, बिजली, पेयजल, बुनियादी सुविधाओ के लिए आजादी के 75 वर्षो बाद भी तरस रहा

Chhattisgarh Crimes

पूरन मेश्राम। मैनपुर। तहसील मुख्यालय मैनपुर से लगभग 40 किलोमीटर दूर ओडिसा सीमा से लगा मैनपुर ब्लाॅक राजापडा़व क्षेत्र के ग्राम झोलाराव आदिवासी बाहुल्य ग्राम है और यह गाँव इस क्षेत्र के अंतिम ग्राम के साथ यहाँ से उडी़सा के सीमा प्रारंभ होती है, आज आजादी के 75 वर्षो बाद भी यह गांव मूलभूत बुनियादी सुविधाओ के लिए तरस रहा है ग्राम पंचायत गौरगांव के आश्रित ग्राम झोलाराव की जनसंख्या महज 214 के आसपास है और इस गांव से उडीसा के प्रथम गांव नजर भी आता है यह ग्राम के ग्रामीणो को बिजली, सडक जैसे सुविधाओं के लिए महरूम होना पड रहा है, जंगल, पहाड़ी क्षेत्र में रहने वाले निवासियों की हालत जस के तस बनी हुई है, आजादी के बाद से आज तक मूलभूत आवश्यक सुविधाओं से भी वंचित हो रहे है, सुविधाओं के बिना जीवन अंधकारमय हो गया है।

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मैनपुर से राजापडा़व गौरगांव तक पक्की सडक का निर्माण किया गया है, गौरगांव से लगभग 08 किलोमीटर दूर में झोलाराव ग्राम बसा है इस गांव तक पहुँचने के लिए अब तक पक्की सडक का निर्माण नही किया गया है नदी नालो में पुल पुलिया के अभाव में बारिश के दिनो में यह गांव टापू में तब्दील हो जाता है, और राशन लेने के लिए ग्रामीणो को पैदल मिलो दूरी तय करना पडता है, और तो और स्वास्थ्य सुविधा के लिए उडीसा प्रदेश जाना पडता है, सडक में कीचड और दलदल के कारण बारिश के दिनो में 108 संजीवनी एवं महतारी एक्सप्रेस भी नही पहुँच पाता।

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लाखो के नल जल योजना का नही मिल पा रहा है ग्रामीणों को लाभ

दूरस्थ वनांचल गाँव होने के कारण यहाँ छत्तीसगढ शासन द्वारा ग्रामीणो को शुध्द पेयजल उपलब्ध कराने के लिए लाखो रूपये की लागत से जल जीवन मिशन योजना के तहत सोलर लाईट से चलने वाला नल जल योजना एक वर्ष पहले लगाया गया है लेकिन यह योजना पूरी तरह फ्लाप साबित हुआ है, जंहा पर सोलर पम्प लगाया गया है वही का एक नल से पानी निकलता है और पूरे गांव में बिछाये गये पाईपलाईन और नल के टोटियों में अब तक पानी नही निकल कई बार ग्रामीण इसकी शिकायत संबधित विभाग के अधिकारियों से कर चुके है, हर बार स्थानीय विभागीय अधिकारियों द्वारा गलत जानकारी उच्च अधिकारियों को भेजा जाता है जबकि सच्चाई यह है कि गांव में लाखों रूपये के लागत से बनाया गया नल जल योजना से ग्रामीणों को लाभ नही मिल रहा है, ग्रामीणो का कहना है जब योजना का लाभ नही मिल रहा है तो संबधित विभाग के जिम्मेदारी अधिकारी और संबधित ठेकेदार से इसकी राशि शासन को वसूली करना चाहिए, गांव में आज तक बिजली नही लगा है।

ग्रामीणो ने बताया कि गांव मे पक्की सडक, पेयजल सुविधा, बिजली, स्वास्थ्य,शिक्षा अति आवश्यकता है कई बार मांग कर थक चुके है, ग्रामीणो ने आगे कहा कि नल जल योजना से पानी नही मिल रहा है, और ग्रामीणो ने यह भी बताया कि इस गांव से ओडिसा के प्रथम गांव दिखाई देता है, जंहा पक्की सडक है, बिजली है, लेकिन हमारे क्षेत्र में यह सुविधा अब तक नही मिला है।