आनलाइन कपड़े पसन्द नहीं आने पर वापस करने की जद्दोजहद में गृहणी को लगी 60 हजार की चपत

Chhattisgarh Crimes

बिलासपुर। आनलाइन मंगाया गया कपड़ा पसन्द नहीं आने पर वापस करने की गई जद्दोजहद में गृहिणी को 60 हजार की चपत लग गई आॅनलाइन शॉपिंग में ठगी गई जूनी लाईन निवासी महिला अब कोतवाली पुलिस की शरण मे पहुची है।

मिली जानकारी के अनुसार कोतवाली थाना क्षेत्र के जुनी लाइन में रहने वाली गृहिणी सारिका वर्मा भी ठगों का शिकार बन गई। उन्होंने भी वही गलती की जिसके लिए हमेशा मना किया जाता है। सारिका ने किसी आनलाइन स्टोर से कुछ कपड़े मंगाए थे जो उन्हें पसंद नहीं आए। उस वेबसाइट में रिटर्न पॉलिसी भी थी, इसलिए सारिका वर्मा ने उन कपड़ों को वापस करने के लिए संबंधित नंबर पर कॉल किया लेकिन वह नंबर बंद मिला। जिसके बाद उन्होंने एक बड़ी भूल कर दी। उस वेबसाइट का नंबर उन्होंने गूगल में ढूंढा जहां उन्हें हमेशा की तरह एक फर्जी नंबर मिला। इस फर्जी कस्टमर केयर नंबर पर जब उन्होंने फोन किया तो उधर से उन्हें पैसे रिटर्न करने के नाम पर एक ऐप डाउनलोड करने को कहा गया। फिर उनसे उनके एटीएम कार्ड के डिटेल मांगे गए।

महिला से कहा गया कि वह अपने कार्ड की तस्वीर खींचकर कुछ देर के लिए मोबाइल पर रखें। असल में ठगों ने सारिका से जो ऐप डाउनलोड करने को कहा था उस के माध्यम से वे उसके मोबाइल को अपने कंट्रोल में कर चुके थे और उसके मोबाइल कि हर डिटेल पर उनकी नजर थी। इसी तरह से उन्होंने सारिका वर्मा का बैंक डिटेल और एटीएम कार्ड का डिटेल भी उन्होंने हासिल कर लिया और फिर उनके बैंक खाते से 60,990 निकाल लिए । इतना ही नहीं उनके मोबाइल से पूरी जानकारी हासिल कर उनके और दो बैंक अकाउंट से क्रमश: 25,000 और 35,990 भी निकाल लिए गए।

इसकी शिकायत अब सारिका वर्मा और उनके पति रजनीकांत वर्मा ने कोतवाली थाने में दर्ज कराई है। असल में गूगल पर जो कस्टमर केयर के नंबर दिए जाते हैं वह अधिकांश फर्जी होते हैं। वैसे भी किसी भी कंपनी का कस्टमर केयर नंबर मोबाइल नंबर नहीं होता। कस्टमर केयर नंबर हमेशा 1800 से ही शुरू होता है। वही ठगों द्वारा उन्हें एक ऐप डाउनलोड करने को कहा गया था जबकि रुपए लौटाने के लिए किसी भी आनलाइन कंपनी को ऐसे किसी थर्ड पार्टी एप्प की जरूरत ही नहीं पड़ती। अगर लोग इन जानकारियों को रखे तो फिर वे ठगी का शिकार होने से बच सकते हैं।

उल्लेखनीय है कि बिलासपुर पुलिस द्वारा चलाए जा रहे जन जागरूकता कार्यक्रम के बाद भी आनलाइन ठगी की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। सायबर मितान जैसी महती योजनाओं के तहत सोशल मीडिया से लेकर सड़क पर किए गए नुक्कड़ नाटक के माध्यम से बिलासपुर पुलिस आमजन को सायबर फ्रॉड से बचने जागरूक करती रही डोर टू डोर किए गए भागीरथी प्रयास के बाद भी लोग लालचवश अथवा अज्ञानतावश आनलाईन ठगी का शिकार होकर अपनी रकम लूटा रहे है ।