अमात गोंड़ समाज सर्कल दाईजबांधा की बैठक मनोहर ठाकुर के अध्यक्षता में सम्पन्न

Chhattisgarh Crimes

दाईजबांधा। अमात गोंड़ समाज सर्कल दाईजबांधा का बैठक डोंगरगांव में सालडबरी बेजा कब्जा मामले को लेकर सर्कल अध्यक्ष मनोहर ठाकुर के अध्यक्षता में हुआ। महिला आदिवासी जुगबाई सहित कंवल सिंग, किशन,बहुरसिंग आदिवासी किसानों को पचासों वर्षों से अधिक से काबिज भूमि पर काश्त करते आ रहे को तहसीलदार ममता ठाकुर, अतिरिक्त तहसीलदार जुगल किशोर पटेल राजस्व अमला, पुलिस बल व जेसीबी के साथ पहुंचे सालडबरी ग्राम में आदिवासियों को काबिज भूमि से बेदखल करने का निर्देश जनपद अध्यक्ष श्रीमती स्मिता चन्द्राकार एवं भाजपा नेता हितेश चन्द्राकार को देखा गया है। जो कि तहसील न्यायालय का तौहीन है।

तहसीलदार ममता ठाकुर,जनपद अध्यक्ष श्रीमती स्मिता चन्द्राकार एवं भाजपा नेता हितेश चन्द्राकार द्वारा संयुक्त रूप से दो सौ मठ को उखाड़ कर अतिक्रमण करने की झूठी खबर अखबार में छपवाकर केवल आदिवासी किसान का ही नहीं बल्कि पूरे स्वाभिमानी आदिवासी समाज का अपमान किया है।अमात गोंड़ समाज के बैठक में आदिवासियों के हित के खिलाफ एवं आदिवासियों को अपमानित करने वाली कृत्य में लिप्त नेतृत्व करने वाले जनपद अध्यक्ष श्रीमती स्मिता चन्द्राकार एवं भाजपा नेता हितेश चन्द्राकार के विरुद्ध निंदा प्रस्ताव पारित किया गया है।

छ.ग.सर्व आदिवासी समाज के जिलाध्यक्ष एवं अमात गोंड़ समाज के सर्कल अध्यक्ष मनोहर ठाकुर ने बैठक में लिए गए निर्णय की जानकारी देते हुए बताया कि सालडबरी बेजा कब्जा हटाने की मामले को लेकर आदिवासी समाज बहुत ही आक्रोशित हैं। ग्राम सालडबरी के आदिवासियों को हुक्का-पानी बंद कर गांव से बहिष्कृत कर दिया गया है , जिससे आदिवासी समाज बहुत ही प्रताड़ित व अपमानित है। गरीब आदिवासी किसान कंवल सिंग एवं उसकी पत्नी झोपड़ीनुमा खपरैल एक कच्चा घर में निवास कर रहे थे।जिसे तहसीलदार एवं जनपद अध्यक्ष श्रीमती स्मिता चन्द्राकार, भाजपा नेता हितेश चन्द्राकार द्वारा उस झोपड़ी से कंवलसिंग के सामान को बाहर फेंकवा दिया गया है तथा ताला लगाकर चाबी को उपसरपंच को सौंप दिया गया है।इस तरह से आदिवासी कंवलसिंग एवं उसकी पत्नी को भरे बरसात में मुसाफिर की तरह दर-दर भटक कर रहने में मजबूर हैं।

तहसीलदार ने दबंगई दिखाते हुए धान के फसल को जेसीबी से रौंदवा दिया तथा लगानी जमीन में प्लींथ तक बना लिये निर्माणाधीन मकान के आधे भाग को भी जेसीबी से तोड़वा दिया है।इस तरह से गरीब आदिवासियों को 24 घंटे में बेदखल करवाने वाली तहसीलदार अपनी दबंगाई का परिचय बहुत से रसूखदारों ने शासकीय भूमि को कब्जा किये हुए हैं उसे भी 24 घंटे में बेदखल करने की कार्यवाही कर दिखावें।अन्यथा नौ अगस्त विश्व आदिवासी दिवस को मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के समक्ष इस मामले को रखा जावेगा।

बैठक में आक्रोशित आदिवासियों ने यह भी कहा है कि आदिवासी समाज विरोधी, आदिवासी स्वाभिमान के खिलाफ दो सौ मठ को उखड़वाने की झूठी खबर छपवाकर सस्ती लोकप्रियता हासिल करने की राजनितिक रोटियां सेंकने वाले भाजपा नेता स्मिता हितेश चन्द्राकार के विरुद्ध निंदा प्रस्ताव पारित किया गया है तथा ऐसे भाजपा नेताओं से आदिवासी समाज को दूर रहने का भी प्रस्ताव पारित किया गया है। श्री ठाकुर ने यह भी बताया है कि नल-जल योजना अंतर्गत पानी टंकी निर्माण के लिए स्थल चिन्हांकित ग्राम सालडबरी में ग्राम पंचायत द्वारा निर्विवाद भूमि पर किया जा चुका था, परन्तु 29 जुलाई को अंधेरा में पानी टंकी निर्माण के लिए उसी विवादित भूमि को सरपंच प्रतिनिधि द्वारा पानी टंकी निर्माण एजेंसी के अधिनस्थ अधिकारी को ले जाकर दिखाया गया है।

अगर उस विवादित भूमि पर पानी टंकी निर्माण किया जाता है तो किसी तरह की विवाद भड़केगा तो उसकी पूरी जिम्मेदारी सरपंच, तहसीलदार,जनपद अध्यक्ष श्रीमती स्मिता चन्द्राकार,भाजपा नेता हितेश चन्द्राकार होंगे।सर्कल अध्यक्ष मनोहर ठाकुर के सभापतित्व बैठक में महिला प्रकोष्ठ सर्कल अध्यक्ष एवं जनपद सदस्य श्रीमती डुमरौतीन ठाकुर,संरक्षक कंवल सिंह भारती,संयोजक जगदेव ठाकुर, सचिव कंवल सिंह ठाकुर, कोषाध्यक्ष हेमसिंग ठाकुर, महिला प्रकोष्ठ सचिव पावित्री ठाकुर,दशोदा ठाकुर,नीरा ठाकुर,गंगा ठाकुर,रजेलाल ठाकुर,ईश्वर ठाकुर, मुकेश ठाकुर,भोगसिंग ठाकुर,गनपत ठाकुर,केशव ठाकुर सहित बड़ी संख्या में आदिवासी महिलाएं एवं पुरुष उपस्थित रहे।