प्लांट की चौकीदारी करने वाले परिवार का सामान मालिक ने सड़क पर फेंकवाया

Chhattisgarh Crimes

रायपुर। मध्यप्रदेश के डिंडौरी जिले से आया गुलशन परस्ते अब अपने परिवार के साथ सड़क पर रातें बिताने को मजबूर है। दरअसल, होली के मौके पर अपने मालिक से वेतन मांगना इसे महंगा पड़ गया। मामला उरला के मेटल पार्क इलाके का है। यहां स्थित बालाजी फेब्रीकेटर नाम की कंपनी में वो अपने परिवार के साथ रहकर चौकीदारी का काम कर रहा था। करीब 3 सालों से काम करने के दौरान कंपनी के मालिक धनराज धुर्वे ने उसे पैसे नहीं दिए। रविवार को जब उसने मालिक धनराज से चौकीदारी के बदले वेतन मांग तो गुस्से में आकर परिवार का सामान सड़क पर फेंकवा दिया गया। इस पूरे मामले की शिकायत गुलशन के परिवार ने उरला थाने में की है।

गुलशन ने बताया कि धनराज ने हर महीने 12 हजार रुपए देने का वादा किया था। हमने शुरुआत में काम किया तो दो महीने तक कोई वेतन नहीं मिला। जब मांगा तो धनराज ने कहा कि कंपनी की हालत ठीक नहीं है, यहीं रहो मैं पैसे दे दूंगा। इसी आस में गुलशन की मां, पिता और दो बहनें कंपनी में चौकीदारी का काम करते रहे। गुलशन ने बताया कि धनराज से उसे हमेशा एक साथ सारी रकम देने का वादा किया। चौकीदारी करते हुए गुलशन ने फैक्ट्री की बाउंड्री वॉल के किनारे एक चाय की दुकान लगा ली थी ताकि गुजर बसर हो सके। अब तक सारा सामान कंपनी के मालिक ने बाहर फेंकवा दिया तो गुलशन ने कहा हम भरोसे में काम करते रहे क्या पता था ये दिन देखेंगे।

जब गुलशन ने पुलिस से शिकायत की तो कंपनी का मालिक धनराज तीन साल चौकीदारी करने के बदले 30 हजार रुपए देने को राजी हो गया। गुलशन ने कहा कि 12 हजार रुपए महीने के हिसाब से लाखों रुपए सैलरी के बदले ये रकम हम नहीं लेंगे। पूरे पैसे मिलने पर ही यहां से जाएंगे, वर्ना यहीं सड़क पर ही जीने-मरने को तैयार हैं। गुलशन ने पुलिस से इस मामले में कार्रवाई करने की मांग की है। फिलहाल मामले में पुलिस दोनों पक्षों से बयान लेकर आगे की कार्रवाई करने की तैयारी में है। इस बीच गुलशन बालाजी फैब्रीकेटर कंपनी की बाउंड्रीवॉल के बाहर ही डेरा डाले हुए है।