रिश्तेदार के झांसे में आकर महिला ने चिटफंड कंपनी में गवां दिए 39 लाख; शिकायत पर पुलिस ने शुरू की जांच

Chhattisgarh Crimes
सूरजपुर । ग्राम कृष्णपुर की एक महिला ने अपनी बहन के लड़के के झांसे में आकर चिटफंड कंपनी में 39 लाख 3 हजार रुपए जमा कर दिए। बांड का समय पूरा होने के बाद भी जब उसे रुपए नहीं मिले तो उसने बहन के लड़के से बात की तो उसने जल्द ही रुपए दिलाने का भरोसा दिया। कुछ दिन बाद भी जब रुपए नहीं मिले तो उसे ठगी का एहसास हुआ। जब वह भतीजे के घर पहुंची तो उसने गाली-गलौज कर मारपीट करने की धमकी दी और घर से भगा दिया। इसके बाद महिला ने थाने में भतीजे और चिटफंड कंपनी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। महिला ने रुपए वापस दिलाए जाने की मांग की है।
शिकायत के अनुसार सूरजपुर जिले के ग्राम कृष्णपुर निवासी 55 वर्षीय महिला बसंती बाई को पैतृक भूमि सूरजपुर नगर से लगे ग्राम पर्री में बंटवारे में मिला था। महिला ने 2009-2010 में लगभग 45 लाख रुपए में जमीन बेच दी थी। जमीन बिक्री के रुपयों को स्टेट बैंक के अपने खाते में जमा करना चाहती थी। यह बात उसके रिश्तेदारों को पता चल गई। इसके बाद उसकी बहन का लड़का ग्राम गिरवरगंज निवासी टेमसाय राजवाड़े 2010 में उसके घर आया और आई कोर ई सर्विस लिमिटेड कंपनी में रुपए जमा करने के लिए दबाव बनाने लगा। महिला उसकी बात न मानकर बैंक में ही रुपए जमा करने की बात कहने लगी। बहन का लड़का होने के कारण टेमसाय राजवाड़े महिला के घर में प्रतिदिन आने लगा और आई कोर ई सर्विस लिमिटेड कंपनी के खाते में रुपए जमा कराने का दबाव बनाने लगा। उसने भरोसा दिलाया कि उक्त कंपनी में अगर रुपए डूब जाते हैं तो वह अपने हिस्से की खेत-बाड़ी बेचकर उसके रुपए लौटा देगा। यह बात सुनकर महिला उसके झांसे में आ गई और 3-4 बार में टेमसाय राजवाड़े को 39 लाख 3 हजार रुपए आई कोर ई सर्विस लिमिटेड के खाते में जमा करने के लिए दे दिए।
 भतीजे और कंपनी के खिलाफ की शिकायत 
कुछ दिनों बाद जब महिला को रुपए वापस नहीं मिले तो उसे ठगी का एहसास होने लगा। महिला ने टेमसाय राजवाड़े के घर जाकर रुपए वापस दिलाने की मांग की तो उसने गाली-गलौज कर मारपीट करने की धमकी दी और वहां से उसे भगा दिया। महिला ने उक्त मामले की शिकायत थाने में कर टेमसाय राजवाड़े एवं आई कोर ई सर्विस लिमिटेड कंपनी के खिलाफ कार्रवाई करने तथा रुपए वापस दिलाने की मांग की है।
 कंपनी के हस्ताक्षर व सील युक्त 9 बांड दिए
टेमसाय राजवाड़े ने रुपए लेकर कंपनी के खाते में जमा करने के बाद कुल 9 नग कंपनी के हस्ताक्षर एवं सील युक्त बॉन्ड पेपर महिला के घर में जा कर दिए। बॉन्ड पेपर के अवधि पूर्ण हो जाने पर महिला ने जब टेमसाय राजवाड़े के घर जाकर कंपनी से रुपए वापस दिलाए जाने की बात कही तो उसने कंपनी बंद हो जाने की जानकारी दी। इसके बाद भी उसने भरोसा दिलाया कि उसके पैसे वह बहुत जल्द वापस दिला देगा।