NSE में ट्रेडिंग करने वालों को नहीं आएगी तकनीकी दिक्कत, शुरू होगा इन्वेस्टर रिस्क रिडक्शन एक्सेस

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घरेलू शेयर मार्केट के निवेशकों के लिए राहत भरी खबर है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में ट्रे़डिंग के दौरान आपको तकनीकी दिक्कत से निजात जल्द मिलेगी। तकनीकी गड़बड़ियों या रुकावटों को दूर करने के लिए एनएसई एक इन्वेस्टर रिस्क रिडक्शन एक्सेस (IRRA) प्लेटफॉर्म की व्यवस्था करेगा। इससे कारोबार करने वाले (ट्रेडिंग) सदस्यों को कोई समस्या नहीं होगी। भाषा की खबर के मुताबिक, बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने पिछले साल दिसंबर में शेयर बाजारों और क्लियरिंग कॉर्पोरेशन को ट्रेडिंग मेंबर्स से जुड़े सिस्टम के चलते सर्विस में अड़चन होने पर निवेशकों की मदद के लिए एक प्लेटफॉर्म बनाने के निर्देश दिए थे।

3 अक्टूबर से होगा उपलब्ध

बाजार नियामक ने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) इस प्लेटफॉर्म को 1 अक्टूबर तक शुरू करने को कहा था। आईआरआरए प्लेटफॉर्म अपने निवेशकों के लिए इंटरनेट बेस्ड ट्रेडिंग (आईबीटी) और वायरलेस टेक्नोलॉजी के जरिये प्रतिभूति कारोबार (एसटीडब्ल्यूटी) का इस्तेमाल करने वाले ट्रेडिंग सदस्यों के लिए उपलब्ध होगा। यहां यह बता दें, यह एल्गो ट्रेडिंग और संस्थागत ग्राहकों के लिए उपलब्ध नहीं होगा। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (National Stock Exchange) की तरफ से जारी सर्कुलर के मुताबिक, आईआरआरए (IRRA) 3 अक्टूबर, 2023 से सभी एक्सचेंजों में ट्रेडिंग सदस्यों के लिए उपलब्ध होगा।