वीआईपी कॉलोनी में चोरों की धमक, डिप्टी कलेक्टर सहित चार घरों को बनाया निशाना

Chhattisgarh Crimes

कवर्धा। वीआइपी कालोनी में चोरी की बड़ी घटना से हड़कंप मच गया है। वहीं कोतवाली थाना की रात्रि गश्त पर भी सवाल उठने लगा है। कलेक्ट्रेट कालोनी में डिप्टी कलेक्टर संदीप ठाकुर व चार अन्य कर्मचारियों के घरों में एक ही रात चोरों ने धावा बोलकर कर लगभग एक लाख 57 हजार रुपये के साथ लगभग 25 तोला सोने के गहने और दो किलो चांदी के गहने पार कर दिए। सोम-मंगलवार की रात की इस घटना के दौरान डिप्टी कलेक्टर ठाकुर कुछ काम से अपने गृह शहर बिलासपुर गए थे। घर सूना था।

कलेक्ट्रेट कालोनी को शहर का वीआइपी एरिया माना जाता है। इस क्षेत्र में कलेक्टर, एसपी समेत कई बड़े अफसरों का निवास है। इस क्षेत्र में चोरी की घटना ने पुलिस की रात्रि गश्त की पोल खोल दी है। बताया जा रहा है कि जिन घरों में चोरी हुई है वहां संबंधित घर मालिक कुछ काम से बाहर गए थे। इस कारण घर में कोई नहीं था।

पुलिस को इस मामले में एक गिरोह पर शक है। पुलिस को शक है कि चोरी से पहले रेकी की गई। मंगलवार को कोतवाली थाना में पूर्व में कई चोरी की मामले में शामिल आरोपितों से पूछताछ की गई। लेकिन कुछ भी सामने नहीं आया है। सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं।

शहर में पूरे दिन सभी प्रमुख चौक-चौराहों पर पुलिस बल की तैनाती रहती है। रात में सभी चौक-चौराहे भगवान के भरोसे ही रहते हैं। यही कारण है कि कलेक्ट्रेट कालोनी में चोरी कर चोर आसानी से निकल गए। शहर ही नहीं, बल्कि जिले के कस्बाई और ग्रामीणों इलाकों में लगातार चोरियों का ग्राफ बढ़ रहा है। ऐसा कोई दिन नहीं होता कि कहीं न कही चोरी की घटना न हो। चोरी की घटना होने के बाद आरोपित को पकड़ पाने में पुलिस अब तक नाकाम है। स्थिति तो ऐसी है कि कोतवाली थाने में केवल एफआइआर दर्ज करने का काम किया जा रहा है। कई मामलों में एफआइआर दर्ज कराने के लिए आमजन को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। एसपी के पास आवेदन देने के बाद ही एफआइआर दर्ज की जाती है।

कलेक्ट्रेट कालोनी में कुछेक घरों में चोरी की घटना हुई है। अज्ञात चोरों ने घटना को अंजाम दिया है। इस मामले में जांच जारी है। जल्द ही आरोपी पकड़े जाएंगे। रात्रि गश्त को और दुरुस्त किया जाएगा।

– मुकेश सोम, थाना प्रभारी, कवर्धा