अनफिट वाहनों पर परिवहन विभाग सख्त, 30 दिन में कटा 17600 वाहनों का चालान

Chhattisgarh Crimes

रायपुर। छत्‍तीसगढ़ में अनफिट वाहनों पर सख्ती शुरू हो गई है। एक महीने के भीतर 19 टोल नाकों से गुजरने वाले 40 लाख 48 हजार वाहनों में से 17 हजार 686 वाहनों का चालान ई-डिटक्शन सिस्टम से काटा जा चुका है, वहीं फिटनेस, दस्तावेज आदि को लेकर कुल 47 हजार 70 वाहनों की जांच की गई है।

परिवहन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए छत्‍तीसगढ़ के टोल नाकों पर आटोमेटिक ई-डिटक्शन सिस्टम लागू किया गया है। यहां आटोमेटिक नंबर प्लेट रिकागनेशन (एएनपीआर) कैमरा लगाया गया है, जिसके जरिए वाहनों को आनलाइन चालान भेजा जा रहा है।

अनफिट वाहनों के आंंकड़ों पर गौर करें तो प्रदेश में दो लाख 66 हजार 628 वाहन बिना फिटनेस के फर्राटा मार रहे हैं। बिना फिटनेस के सड़कों पर दौड़ रहे सड़क सुरक्षा को लेकर भी खतरा बने हुए हैं। ऐसे वाहनों पर परिवहन विभाग ने सख्ती शुरू कर दी है।

छत्‍तीसगढ़ सरकार के परिवहन विभाग ने राष्ट्रीय राजमार्गों के टोल गेट को ई-डिटक्शन सिस्टम से जोड़ा है। साफ्टवेयर की मदद से अनफिट वाहनों की जानकारी टोल नाके में तैनात कर्मचारियों को मिल रही है। इसके जरिए चालानी कार्रवाई जारी है। प्रदेश में वर्तमान में 19 टोल नाकों पर ई-डिटक्शन सिस्टम लागू किया जा चुका है।

विभाग की अपील अप-टू-डेट करा लें दस्तावेज

परिवहन विभाग ने लोगों से अपील की है कि चालानी कार्रवाई से बचने के लिए सभी वाहन चालक , वाहनों के दस्तावेज अप-टू-डेट करा लें। अनफिट वाहन स्वयं के साथ दूसरों के लिए खतरा साबित हो रहा है। सड़क सुरक्षा की दृष्टि यह आवश्यक है कि वाहनों का फिटनेस जांच जरूर कराएं।

आटोमेटिक फिटनेस सेंटर भी तैयार

गाड़ियों के फिटनेस जांच में अब लाइन लगाने की आवश्यकता नहीं है, बल्कि परिवहन विभाग ने राजधानी में आटोमेटिक फिटनेस सेंटर तैयार कर लिया है। इस सेंटर में रोलर ब्रेक टेस्ट, एक्सल भार टेस्ट, सस्पेंशन टेस्ट, साइड क्लिप टेस्ट, स्टेयरिंग टेस्ट, स्पीड गर्वनर टेस्ट आदि की जांच होगी। अब अत्याधुनिक मशीनों से गाड़ियों की फिटनेस जांच की जा रही है।

इन दस्तावेजों का रखें ध्यान

ड्राइविंग लाइसेंस, टैक्स, पंजीकरण प्रमाण-पत्र, फिटनेस प्रमाण-पत्र, परमिट (व्यवसायिक वाहनों पर), बीमा, प्रदूषण नियंत्रण प्रमाण-पत्र आदि।

इन टोल नाकों पर ई-डिटक्शन सिस्टम लागू

पचिरा, मुढ़ियापारा, मसोरा, दुर्ग बायपास, धांक, छुईपाली, कुम्हारी, मंदिर हसौद, बड़ियागुड़ा, झलमला, लिम्हा, छोटिया, महाराजपुर, जगतरा, तरपोंगीमुढ़िपार, पाराघाट, ठाकुरटोला।