राजनांदगांव। बस्तर के सिलगेर में जवानों के कैंप के विरोध की आंच अब छत्तीसगढ़ के दूसरे जिलों में भी पहुंचने लगी है। इस विरोध के चलते अब कांग्रेस विधायकों को भी विरोध झेलना पड़ा रहा है। इसका एक वीडियो आया है राजनांदगांव जिले से। यहां मोहला-मानपुर से कांग्रेस विधायक और संसदीय सचिव इन्द्रशाह मंडावी से अदिवाासी नेता ने मंच पर माइक छीनने की कोशिश की है। इतना ही नहीं आदिवासी नेता ने मंडावी से यह तह कह डाला कि यहां हम कांग्रेस सरकार की योजनाओं की बात सुनने नहीं, सिलेगर आंदोलन की बात करने इकट्ठा हुए हैं। आप सिलगेर मामले में समाधान करवाएं।
आदिवासी नेता इस दौरान जमकर नारेबाजी करते रहे और कहते रहे। नेता ने तो संसदीय सचिव को अल्टीमेटम तक दे डाला कि यदि एक महीन के अंदर इसका समाधान नहीं होता तो विधायक का सामाजिक बाहिष्कार किया जाएगा।
आदिवासी नेताओं ने राजनांदगांव के मानपुर-मोहला इलाके में सिलगेर गोलीकांड के विरोध में एक सभा बुलाई थी। सभा में बड़ी संख्या में आदिवासी समाज के लोग शामिल हुए थे। इस सभा में मंडावी भी शामिल हुए। सभा संसदीय सचिव के सामने ही नारेबाजी शुरू हो गई। इसके बाद मंच पर आदिवासी के नेता पहुंच गए और विधायक से माइक छीनने लगे। कुछ देर बाद विधायक ने अपना भाषण खत्म किया तो आदिवासी नेता ने माइक लेकर कहा कि हम यहां कांग्रेस सरकार कांग्रेस सरकार की योजनाओं की बात सुनने नहीं, सिलेगर आंदलोन की बात करने इकट्ठा हुए हैं। आप सिलगेर मामले में समाधान करवाएं।
नक्सलियों के खिलाफ अभियान में जुटे सुरक्षा बल बीजापुर-सुकमा जिले की सीमा पर स्थित सिलगेर गांव में एक कैंप बनाया है। स्थानीय ग्रामीण इस कैंप का विरोध कर रहे हैं। ग्रामीणों का आरोप था कि सुरक्षा बलों ने कैंप के नाम पर उनके खेतों पर जबरन कब्जा कर लिया है। ऐसे ही एक प्रदर्शन के दौरान 17 मई को सुरक्षा बलों ने गोली चला दी। इसमें तीन ग्रामीणों की मौत हो गई। भगदड़ में घायल एक गर्भवती महिला की कुछ दिन बाद मौत हुई है।