बिलासपुर। सूदखोरों की प्रताड़ना से तंग आकर युवा इंजीनियर ने खुदकुशी कर ली थी। सूदखोरी का अपराध दर्ज होने के बाद आरोपी सरपंच, कांग्रेस पार्षद व एक अन्य सूदखोर फरार हो गए थे। लगातार 40 दिनों से फरार आरोपियों की तलाश पुलिस कर रही थी और आरोपी फरार रहकर अग्रिम जमानत के लिए प्रयासरत थे। सेशन कोर्ट में जमानत खारिज होने के बाद कल हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका की सुनवाई होनी थी जिससे पहले ही आरोपी गिरफ्तार हो गए।
सकरी थाना क्षेत्र के युवा इंजीनियर ऋषभ निगम पिता शिवकुमार निगम निवासी आसमा सिटी ने अपने घर मे 16 सितंबर को कीटनाशक खाकर आत्महत्या कर ली थी। ऋषभ इलेक्ट्रॉनिकस दुकान व्यवसायी थे। मर्ग कायम कर जांच कर रही पुलिस को ऋषभ के घर से सुसाइड नोट प्राप्त हुआ था। जिसमें मृतक ऋषभ ने सकरी क्षेत्र के कांग्रेस पार्षद अमित भारते, ग्राम हांफ़ा के सरपंच संदीप मिश्रा व शुभम विहार निवासी जितेंद्र मिश्रा से कोरोना के समय व्यापार बढ़ाने के लिए 15 लाख रुपये ब्याज पर उधार लेने का लेख किया था। साथ ही उसमे बताया कि ब्याज के तौर पर प्रत्ति सप्ताह एक लाख 90 हजार रुपये की वसूली आरोपी उससे दबावपूर्वक करते थे और ब्याज न दे पाने पर सामान उठा ले जाते थे। पुलिस ने मामले में आत्महत्या के लिए उकसाने का प्रकरण दर्ज कर मामले की जांच शुरू की। तब आरोपी फरार हो गए थे।
आरोपियो की तलाश हेतु पुलिस टीम जगह जगह दबिश दे रही थी और एसएसपी पारुल माथुर ने भी आरोपियो की गिरफ्तारी पर इनाम घोषित किया हुआ था। कई बार टीम आरोपियो के पतो में छापा मार रही थी। इसी बीच एसीसीयू प्रभारी हरविंदर सिंह को सूचना मिली कि आरोपी नरसिंहपुर में है। तब उनके द्वारा सब इंस्पेक्टर अजय वारे,एएसआई उदयभान सिंह, आरक्षक हेमंत सिंह, दीपक उपाध्याय, तरुण केशरवानी रोशन साहू की टीम बनाते हुए गोपनीय ढंग से आरोपियो के पीछे रवाना किया। टीम लगातार सड़क मार्ग से होते हुए नरसिंहपुर पहुँची तब पता चला कि आरोपी वहां से कुछ घण्टे पहले ही निकल चुके हैं। तब तकनीकी जांच के आधार पर टीम भोपाल के हबीबगंज जा पहुँची। यहां टीम ने हर होटल व लाज में जाकर आरोपियो की तलाश शुरू की। एक होटल में पता चला कि कोई अमित कुमार ने होटल में रूम बुक करवाया हैं और अपने साथियों के साथ रुका है। पुलिस टीम में जब उसकी आईडी देखी तो वह कांग्रेस पार्षद अमित भारते की निकली। तब पुलिस टीम उनके कमरे से बाहर आने का वेट करती रही। फिर जैसे ही आरोपी कमरे से बाहर जाने को निकले तो उन्हें गिरफ्तार कर बिलासपुर ले आया गया।
हर दिन लोकेशन बदलते थे आरोपी
आरोपी इतने शातिर थे कि फरारी के 40 दिनों में हर दिन अपनी लोकेशन बदलते थे। फरार होकर सबसे पहले वो मैय्यहर पहुँचे थे। वो किसी भी जगह सिर्फ एक ही रात बिताते थे और अगले दिन फिर निकल जाते थे। 40 दिनों की फरारी में आरोपी यूपी व एमपी के ज्यादातर शहर घूम चुके थे। आरोपियो द्वारा अपना मोबाइल बदल कर व्व्हाट्सएप में बात किया जाता था।
सिविल लाइन सीएसपी संदीप पटेल ने भी आरोपियो से पूछताछ की और उनकी निशानदेही पर उनके कब्जे से ब्याज के रूप में वसूले गए दो एसी,एक आईफोन एप्पल वाच एक मोबाइल मोबाइल व एक स्विफ्ट कार जब्त किया है। आरोपी ग्राम हाफ़ा के सरपंच संदीप मिश्रा ने अग्रिम जमानत याचिका हाईकोर्ट में लगाई थी। जिसमे कल सुनवाई होनी थी पर उससे पहले ही आरोपी पकड़े गए। आरोपियो को न्याययिक रिमांड पर भेजा गया है।