राजधानी के डेढ़ लाख लोगों को फायदा पहुँचाने वाला 25 करोड़ का ओवरब्रिज अपने अंतिम पड़ाव की ओर, 31 अक्टूबर को इस रूट से ना आएं

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रायपुर। कमल विहार और न्यू राजेंद्र नगर को जोड़ने के लिए एनएच 30 के ऊपर 25 करोड़ 38 लाख रुपये की लागत से ओवरब्रिज का निर्माण किया जा रहा है। पीडब्ल्यूडी ने जनता की जरूरत को समझते हुए ओवरब्रिज का टेंडर 18 मई, 2017 को लखनऊ की जीएस एक्सप्रेस-वे नामक कंपनी को दिया था। ओवरब्रिज की लंबाई 786 मीटर तथा चौड़ाई 08.40 है। कंपनी ने काम तेजी से शुरू किया था, लेकिन उसके बाद कंपनी की गति कम हो गई, जिसका नतीजा यह है कि तीन साल पूरा होने को हो गए हैं, लेकिन अभी तक काम पूरा नहीं हो पाया है।

लेटलतीफी का कारण विभाग कोरोना संक्रमण को बता रहा है लोक निर्माण विभाग द्वारा रात 10 बजे से सुबह छह बजे तक तीन गर्डर चढ़ाने का काम किया जाएगा। इस दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग 30 से यातायात को परिवर्तित किया जाएगा। विभाग ने कमल विहार गेट-डुंडा-संतोषी नगर वाया पुराना धमतरी मार्ग से भिलाई-रायपुर शहर की ओर तथा डूमरतराई-फुंडहर चौक वाया वीआइपी रोड-महासमुंद, सरायपाली और रायपुर शहर की तरफ से आने वाले वाहनों को परिवर्तित करने का आदेश रायपुर कलेक्टर ने दिया है। लोक निर्माण विभाग के अधिकारी का कहना है कि रूट डायवर्ट के लिए रायपुर कलेक्टर से अनुमति मांगी गई थी। कलेक्टर ने अनुमति दे दी है। विभाग ने इसके लिए तैयारी शुरू कर दी है।

इस पुल के बन जाने से रायपुर-अभनपुर-धमतरी मार्ग पर ट्रैफिक बेहतर होगा और कमल विहार जाने वाली सड़क से भी जुड़ जाएगा। इसके साथ ही काशीराम नगर की ओर से ओवरब्रिज शुरू होते ही पचपेड़ी नाका, राजेंद्र नगर, लालपुर की तरफ वाहनों की आवाजाही बढ़ेगी। काशीराम नगर की ओर से गाड़ियां राजेंद्र नगर में उतरकर सीधे कमल विहार की ओर फ्लाईओवर पर चढ़ेंगी। ओवरब्रिज का निर्माण होने से करीब एक से डेढ़ लाख लोगों को राहत मिलेगी। राजधानी के डेढ़ लाख लोगों को फायदा पहुँचाने वाला 25 करोड़ का ओवरब्रिज अपने अंतिम पड़ाव कि ओर, 31 अक्टूबर को इस रूट से ना आएं।