सवा करोड़ में बेच दी फर्जी पट्टे से 270 एकड़ जमीन, पांच साल बाद आरोपी गिरफ्तार

Chhattisgarh Crimes

अंबिकापुर। भूमाफिया ने कूटरचना कर 270 एकड़ शासकीय भूमि सवा करोड़ रुपए में बेच दी। 12 वर्ष पूर्व किए गए फर्जीवाड़े के मामले में बलरामपुर जिले के रामनुजगंज थाने की पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। यह मामला वर्ष 2008 में ग्राम इंदरपुर में किए गए फजीर्वाड़े का है। इस पर पांच साल पहले अपराध पंजीबद्ध किया गया था लेकिन आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई थी और वह पुलिस के चंगुल से बचा हुआ था। आईजी के निर्देश के बाद एसपी के नेतृत्व में पुलिस टीम ने कार्रवाई करते हुए ब्यास मुनी यादव को गिरफ्तार किया है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि करोड़ों रुपए के इस फर्जीवाड़े में और भी 32 लोगों के नाम शामिल हैं और इनमें कई शासकीयकर्मी भी हैं, देखना है कि इन पर कारवाई कब होती है।

पुलिस अधिकारियों के अनुसार बलरामपुर जिले के रामानुजगंज थाना अंतर्गत ग्राम इंदरपुर में वर्ष 1954-55 के सर्वे सेटलमेंट के पटवारी हल्का नंबर 9 में 270 एकड़ भूमि छोटे व बड़े झाड़ के जंगल के रूप में दर्ज है। इस शासकीय जमीन का वर्ष 2008 में रामानुजगंज निवासी 55 वर्षीय ब्यासमुनी यादव पिता लाल जी यादव ने अधिकारी-कर्मचारियों के साथ मिलकर शासकीय जमीन को अपने नाम पर बताकर उसकी बिक्री कर दी थी। आरोपी ब्यासमुनी यादव ने इस 270 एकड़ जमीन को अपने स्वामित्व की जमीन बताकर रायपुर शैलेंद्रनगर रिंग रोड नंबर 1 स्थित फतेहपुर कोल माइनिंग प्राइवेट कंपनी कापोर्रेट मिलिनियम के चेयरमैन दीपक गुप्ता के कम्प्यूटर आॅपरेटर सुरेश यादव को 1 करोड़ 18 लाख रुपए में बेच दिया था। इस मामले की शिकायत तत्कालीन नायब तहसीलदार कुंजीलाल सिंह ने 18 जुलाई 2015 को पुलिस से की थी और उसके बाद मामले में रामानुजगंज थाने में भादवी की धारा 240, 467, 468, 471, 120 बी, 34 के तहत ब्यासमुनी यादव समेत अन्य 32 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई थी।

ब्यासमुनी यादव ने सिर्फ बलरामपुर जिले में ही नहीं सरगुजा जिले में भी फर्जीवाड़े को अंजाम दिया है। आरोपी ब्यासमुनी यादव के खिलाफ सरगुजा के लुंड्रा थाने में भी 1100 एकड़ जमीन को बेचने के मामले में अपराध दर्ज है और यह मामला भी न्यायलय में विचाराधीन है।

पहले था विधायक प्रतिनिधि

आरोपी ब्यास मुनि पहले विधायक बृहस्पति सिंह का प्रतिनिधि हुआ करता था। विधायक श्री सिंह ने स्पष्ट किया कि मामले का खुलासा होने के बाद उन्होंने उसे अपने प्रतिनिधि पद से हटा दिया था, अब वह कोई प्रतिनिधि नहीं है।

पांच वर्ष बाद गिरफ्तारी

शासकीय जमीन को फर्जीवाड़े कर बेचने के मामले में लंबित अपराध को लेकर आईजी रतन लाल डांगी के निर्देश पर एसपी राम कृष्ण साहू ने पुलिस को गिरफ्तारी के निर्देश दिए थे। एसपी के निर्देश पर पुलिस टीम द्वारा जमीन फर्जीवाड़े के मामले में आरोपी ब्यासमुनी यादव को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी ने इस फर्जीवाड़े को कई शासकीय कर्मियों के साथ मिलकर अंजाम दिया था और फर्जी पट्टा व ऋणपुस्तिका बनाकर बेच दिया था व 33 किसानों की जमीन का भी पैसा सीधे कंपनी के डायरेक्टर से अपने खाते में मंगवा लिया था। ऐसे में आने वाले समय में पुलिस अधिकारी और भी गिरफ्तारी होने की बात कह रहे है।