CM बघेल बोले- ED लोगों को पीट रही : एक उद्योगपति को इतना मारा कि वो अस्पताल में एडमिट, BJP सीधे नहीं लड़ पाई तो ED लाई

Chhattisgarh Crimes

रायपुर। मंगलवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दुर्ग जिले के साजा विधानसभा के ग्राम बोरी पहुंचे। यहां भेंट मुलाकात कार्यक्रम में वो आम लोगों से मिले। इससे पहले रायपुर के हैलीपैड पर मीडिया से बात-चीत में भााजपा के आरोपों का जवाब दिया। उन्होंने खुलासा करते हुए कहा कि ED के अफसर यहां लोगों के थर्ड डिग्री का इस्तेमाल कर टॉर्चर कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा- भाजपा खुद कुछ कर नहीं पाई तो ED को ले आई। वो अब लोगों को गिरफ्तार कर रहे हैं, हम तो कहते हैं जो भ्रष्ट है उस पर कार्रवाई करो । मगर मारपीट क्यों कर रहे हो, मार- मार के हां बोलने को कह रहे हैं। जबरन हस्ताक्षर करने को कह रहे हैं, प्रताड़ित कर रहे हैं । एक उद्योगपति को इतना मारा कि वो अभी भी अस्पताल में हे। कितने लोग हैं जिनके हाथ-पैर में चोट आई । ये थर्ड डिग्री टॉचर्र कर रहे है हैं। इसका मतलब यही है कि आप जबरदस्ती से भ्रष्टाचार सिध्द करना चाह रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने आगे कहा- जो गलत है हम तो शुरू से बोल रहे हैं कि ऐसे लोगों पर कार्रवाई करो, लेकिन किसी को टारगेट करके फंसाने के लिए आप मारपीट करोगे ? दहशत में लाओगे ये तो उचित नहीं है । लगातार ये कार्रवाई हो रही है। इसका मतलब है कि भाजपा सीधे नहीं लड़ पा रही तो कैसे बदनाम किया जाए इस वजह से ये हो रहा है, बस भ्रष्ट है – भ्रष्ट है कह रहे हैं, ये उसी सिद्धांत को मानते हैं कि एक झूट को 100 बार बोले तो सच महसूस होने लगता है।

हमनें डेढ़ लाख करोड़ जनता को दिया
मुख्यमंत्री ने कहा – सरकार में हमें 4 साल हुए हैं, इन 4 सालों में डेढ़ लाख करोड़ रुपए आम जनता के खाते में गया है। सरकार बटन दबाती है उधर रुपए मजदूर, किसान, लघु वनोपज संग्राहक के पास चला जाता है। इसमें क्या भ्रष्टाचार हुआ। ये पैसा भाजपा के काल में भी मिल सकता था। नहीं मिला, तब ये भ्रष्टचार में गया। एक ही पुल को तोड़कर बना रहे थे। सड़क उखाड़ रहे बना रहे थे। सब भ्रष्टाचार में गया।

भाजपा के पेट में दर्द
भूपेश बघेल ने कहा कि हमारी नीतियों से प्रदेश का विकास हुआ है। अब जब किसान, मजदूर, गौ पालक, वनोपज संग्राहक अन्नदाता हमसे प्रसन्न हैं तो भाजपा के पेट में तकलीफ हो रही है। इसलिए भ्रष्टावार का आरोप लगा रहे हैं इनके भ्रष्टाचार- भ्रष्टाचार कह देने से थोड़े ही कुछ होगा।