सिद्धू:बोले- मान अखबारी CM, पंजाब में राष्ट्रपति शासन लगाना चाहती है केंद्र सरकार
पटियाला। पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रधान व पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू जेल से रिहा हो गए हैं। सिद्धू 317 दिन बाद पटियाला सेंट्रल जेल से बाहर आए हैं। उन्हें 1988 में पटियाला में हुए रोडरेज केस में सजा हुई थी। 19 मई 2022 को सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें सजा सुनाई थी। सिद्धू जब जेल से बाहर आए तो मुठ्ठी बांधकर और सलाम कर अपने समर्थकों का अभिवादन किया। उन्होंने पत्नी के कैंसर, राहुल गांधी, केंद्र सरकार, भगवंत मान, अमृतपाल और सिद्धू मूसेवाला पर मीडिया से बातचीत की।
#WATCH | Congress leader Navjot Singh Sidhu released from Patiala jail, approximately 10 months after he was sentenced to one-year jail by Supreme Court in a three decades old road rage case pic.twitter.com/kzVB2vMnpk
— ANI (@ANI) April 1, 2023
सिद्धू ने राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द करने पर कहा- लोकतंत्र आज बेड़ियों में है। संस्थाएं गुलाम हैं। जब भी इस देश में तानाशाही आई तो एक क्रांति भी आई है। राहुल गांधी क्रांति हैं जो केंद्र सरकार की जड़ें हिलाकर रख देगा। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के पूर्वजों ने देश को आजाद कराया है।
सिद्धू ने पंजाब के ताजा हालात को लेकर पंजाब के CM भगवंत मान और केंद्र सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा- भगवंत मान ने पंजाब में सपने और झूठ बेचा। पंजाबियों को मूर्ख बनाया। आज वह अखबारी मुख्यमंत्री बनकर बैठ गया है। मेरी सिक्योरिटी विड्रॉ करने की बात की। एक सिद्धू मरवा दिया, मैं डरता नहीं हूं। मैं अमृतपाल और सिद्धू मूसेवाला के घर जाकर बात करूंगा।
सिद्धू ने पंजाब के हालात को लेकर केंद्र सरकार को घेरा। उन्होंने कहा- पंजाब इस देश की ढाल है, उसे तोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। पंजाब में राष्ट्रपति शासन लगाने की साजिश की जा रही है। जहां-जहां अल्पसंख्यक बहुमत में हैं, केंद्र की सरकार साजिश करती है। पहले लॉ एंड ऑर्डर की प्रॉब्लम क्रिएट की जाती है, फिर उसे दबाने के प्रयास में कहा जाता है कि हमने शांत कर दिया।
सिद्धू ने कहा कि पंजाब को कमजोर करोगे तो खुद कमजोर हो जाओगे। सिद्धू अपने परिवार के लिए नहीं लड़ रहा। सिद्धू ने कहा कि मेरी पत्नी कैंसर से पीड़ित है। मगर मेरे लिए राष्ट्रधर्म से बड़ा कुछ नहीं है। सिद्धू ने कहा कि इस मुसीबत के समय मैं चट्टान की तरह हर कांग्रेसी के साथ खड़ा हूं।