अब प्रदेश की महिलाओं की तस्करी तक होना प्रदेश सरकार की कलंकित कार्यप्रणाली का जीता-जागता सबूत : भाजपा

  • प्रदेश सरकार न तो महिलाओं की अस्मत से आए दिन हो रहे खिलवाड़ पर अंकुश लगा पा रही है और न ही उसका पुलिस प्रशासन मानव तस्करी जैसी कलंकित घटनाओं पर नकेल कस पा रहा
  • मुख्यमंत्री बघेल असम में पाँच गारंटी देने की सियासी लफ़्फ़ाजी कर रहे, जबकि छत्तीसगढ़ की मातृ-शक्ति को दी गई गारंटी से बेफ़िक्र कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में महिलाओं की अस्मत और जान, दोनों दाँव पर है
  • भाजपा महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष शालिनी की चेतावनी- स्मार्ट पुलिसिंग की फ़िज़ूल जुमलेबाजी छोड़कर प्रदेश सरकार अपनी ज़िम्मेदारी निभाए अन्यथा महिला मोर्चा महिला-शक्ति के जागरण का शंखनाद करेगा

Chhattisgarh Crimes

रायपुर। भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष शालिनी राजपूत ने महिलाओं की सुरक्षा कर पाने में प्रदेश सरकार को नाकारा बताते हुए कहा है कि कांग्रेस की यह सरकार महिलाओं के उत्पीड़न और उनके साथ प्रदेशभर में चल रहे अपहरण व दुष्कर्म के मामलों को रोकने में तो नाकाम सिद्ध हुई ही है, अब प्रदेश की महिलाओं की तस्करी तक होने लगी है जो प्रदेश सरकार की कलंकित कार्यप्रणाली का जीता-जागता सबूत है। श्रीमती राजपूत ने कहा कि आदिवासी महिलाओं व युवतियों के बाद अब अजा वर्ग की महिलाएँ अपराधियों का शिकार बन रही हैं। नारी सशक्तिकरण और सुरक्षा के मोर्चे पर जुमलेबाज प्रदेश सरकार बुरी तरह विफल है और उसका अजजा-अजा विरोधी चेहरा बेनक़ाब होता जा रहा है।

भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती राजपूत ने दुर्ग संभाग के बेमेतरा थाना की अनुसूचित जाति की एक युवती को शादी का झांसा देकर दुष्कर्म का शिकार बनाकर फिर डेढ़ लाख रुपए में सौदा करके उत्तरप्रदेश के एक व्यक्ति को बेचे जाने के मामले के मद्देनज़र प्रदेश सरकार पर तीखा हमला बोला। श्रीमती राजपूत ने कहा कि अभी कुछ माह पहले ही अजजा वर्ग की एक युवती की तस्करी का गंभीर मामला सामने आने के बाद भी प्रदेश सरकार न तो महिलाओं की अस्मत से आए दिन हो रहे खिलवाड़ पर अंकुश लगा पा रही है और न ही उसका पुलिस प्रशासन मानव तस्करी जैसी कलंकित घटनाओं पर नकेल कस पा रहा है। श्रीमती राजपूत ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू के अपने संभाग क्षेत्र से अजा युवती के साथ दुष्कर्म और बाद में उसका सौदा होना प्रदेश सरकार के कार्यकाल का सबसे घिनौना पहलू है। मुख्यमंत्री बघेल असम में घूम-घूमकर पाँच गारंटी देने की सियासी लफ़्फ़ाजी कर रहे हैं जबकि छत्तीसगढ़ की मातृ-शक्ति को दी गई गारंटी की उनको कोई फ़िक्र ही नहीं है जहाँ आदिवासियों और अजा वर्ग के हितों और सुरक्षा की डींगें हाँक रही प्रदेश सरकार के कार्यकाल में महिलाओं की अस्मत और जान, दोनों दाँव पर है। श्रीमती राजपूत ने कहा कि स्मार्ट पुलिसिंग की फ़िज़ूल जुमलेबाजी छोड़कर प्रदेश सरकार क़ानून-व्यवस्था और नागरिक सुरक्षा की अपनी ज़िम्मेदारी पर ध्यान दे अन्यथा महिला मोर्चा प्रदेश सरकार के ख़िलाफ़ महिला-शक्ति के जागरण का शंखनाद करेगा।