जगदलपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन अक्टूबर को बस्तर जिले के लालबाग में जनसभा को संबोधित करेंगे। इसके पांच दिन पहले ही प्रधानमंत्री की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालने वाले एसपीजी (स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप) के कमांडो बस्तर पहुंच चुके हैं। एसपीजी ने सभा स्थल सहित आसपास की सुरक्षा व्यवस्था को अधिग्रहित करते हुए स्थानीय अर्धसैनिक बल के साथ समन्वय बनाकर सुरक्षा की रणनीति तैयार करने में जुट गई है।
एसपीजी ने सभा स्थल सहित आसपास के क्षेत्र का निरीक्षण किया। एयरपोर्ट से लेकर सभा स्थल तक पहुंचने के संभावित रास्तों का निरीक्षण किया गया। इसके लिए माड़िया चौक होते हुए आनंद ढाबा चौक से आमागुड़ा चौक होते हुए लालबाग व एयरपोर्ट से शहीद पार्क होते हुए लालबाग पहुंचने वाले रास्ते को चिन्हांकित करने के साथ ही अन्य वैकल्पिक मार्ग पर भी चर्चा की गई है। शहर में सीसीटीवी कैमरे से निगरानी की जा रही है।
पुलिस के अनुसार अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं। मोबाइल चेकपोस्ट लगाए जा रहे हैं, जहां संदेहियों की जांच-पड़ताल भी की जाएगी। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि सभा स्थल पर कड़ी सुरक्षा जांच के निर्देश जारी किए गए हैं। यहां पहुंचने वाले प्रत्येक व्यक्ति की जांच के बाद ही सभा स्थल के अंदर जाने की अनुमति होगी। किसी भी तरह के ज्वलनशील पदार्थ, नुकीले औजार, हथियार, नशीले पदार्थ अंदर ले जाने की अनुमति नहीं होगी।
प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चार स्तरीय सुरक्षा घेरा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चार स्तरीय सुरक्षा घेरा होगा। प्रथम स्तर पर एसपीजी बाडीगार्ड, दूसरे स्तर पर एसपी कमांडो, तीसरे स्तर पर एनएसजी कमांडो व चौथे स्तर पर अर्धसैनिक बल तैनात रहेंगे। पहले व दूसरे स्तर पर एसपीजी कमांडो तैनात रहते हैं। भारत का यह विशेष बल प्रधानमंत्री की सुरक्षा में तैनात रहता है।
स्पेशल फोर्स में काम कर चुके दक्ष कमांडो को देश के सबसे कठिन प्रशिक्षण के बाद इसमें तैनात किया जाता है। पहले स्तर पर तैनात एसपीजी प्रधानमंत्री के सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालती है। इस टीम में 24 कमांडो तैनात रहते हैं। इन कमांडोज के पास एफएनएफ-2000 असाल्ट राइफल के साथ सेमी आटोमैटिक पिस्टल और दूसरे अत्याधुनिक हथियार होते हैं।
कमांडो अपनी सुरक्षा के लिए एक लाइट वेट बुलेटप्रूफ जैकेट भी पहनते हैं।साथी कमांडो से बात करने के लिए कान में लगे ईयरप्लग या फिर वाकी-टाकी का सहारा लेते हैं। तीसरे स्तर पर एनएसजी (नेशनल सिक्युरिटी गार्ड) के कमांडो होते हैं। प्रधानमंत्री के सुरक्षा गार्ड की तस्वीरों में आपने काले कपड़ों में हाथ में बंदूक लिए कमांडो होते हैं जो भारत के प्रधानमंत्री के अलावा, प्रमुख केंद्रीय मंत्री, मुख्यमंत्री से लेकर अन्य वीवीआईपी सुरक्षा में तैनात होते हैं।
यह भारत के सबसे खतरनाक ‘ब्लैक कैट कमांडो’ होते हैं। चौथे स्तर पर अर्धसैनिक बल भारत के लिए सुरक्षा खतरों के विरुद्ध हमारी रक्षा की पहली पंक्ति के रूप में कार्य करते हैं। इन बलों का प्रशिक्षण साइबर युद्ध, तकनीकी, आंतरिक युद्ध जैसी चुनौतियों के नए रूपों का सामना करने की जाती है।
भाजपा नेताओं ने संभाली जिम्मेदारी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा की तैयारी में भाजपा नेता भी जुट गए हैं। पूर्व मंत्री केदार कश्यप, महेश गागड़ा लगातार सभा स्थल पहुंचकर तैयारियों का निरीक्षण कर रहे हैं। शनिवार को भी केदार कश्यप, पूर्व विधायक संतोष बाफना व कमचलंद्र भंजदेव ने सभा स्थल पहुंचकर तैयारियों का निरीक्षण किया। सभा स्थल पर तीन डोम तैयार करने के साथ ही विशाल मंच तैयार किया जा रहा है। विधानसभा चुनाव के पहले प्रधानमंत्री की सभा को वृहद बनाने भाजपा नेता भारी भीड़ जुटाने की तैयारी कर रहे हैं।