रायपुर। शुक्रवार को रायपुर की सड़कों में युवाओं का जन सैलाब पंथी नृत्य की धुन में झूमते दिखा। मनखे मनखे एक समान का संदेश देने वाले बाबा घासीदास की जयंती को धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर में भव्य शोभायात्रा निकाली गई। शहर के प्रमुख चौक चौराहों में शोभा यात्रा पर पुष्प वर्षा की गई।
शोभायात्रा में समाज के युवा-युवतियों और बच्चों ने तलवार भाले के साथ कई करतब दिखाये। लगभग 12 साल की उम्र के एक बच्चें ने डंडे के समान कोई वस्तु के साथ शारीरिक संतुलन बनाकर शानदार करतब किया। इसके अलावा सतनामी समाज के युवा-युवतियों ने भी स्टील की बेल्ट,भाला, तलवार,डंडा के साथ अलग अलग तरह की शस्त्र कलाओं से लोगों को आश्चर्यचकित किया। राहगीर लोग भी इस कलाबाजी की तारीफ करते दिखे।
शोभायात्रा आमापारा से दोपहर 3 बजे शुरू हुई। जो आजाद चौक पुरानी बस्ती, बुढ़ापारा,नगर निगम,मोतीबाग होते हुए गुरु घासीदास चौक(नगर घड़ी चौक) तक गई । यहां पर सन्तों की पूजा अर्चना और मंगल आरती के साथ अतिथियों का संबोधन हुआ। जिसके बाद सर्वश्रेष्ठ 5 झांकियों को सम्मानित किया जाएगा।
शोभायात्रा में पंथी नृत्य के करतबों वाली झांकी भी देखने को मिली। जिसमें छोटे-छोटे बच्चों द्वारा एक के ऊपर एक चढ़कर कई मंजिला कलाबाजी करतब दिखाया। इसके अलावा एक बड़ा जैतखाम भी झांकी का हिस्सा रहा। इसके अलावा एक झांकी सामाजिक एकता का संदेश देते दिखी।
पूरे रैली की अगुवाई 7 संतों ने की। जिन्होंने हाथों में सफेद ध्वज धारण किया था। साथ ही सतनाम समाज द्वारा बड़े बड़े फ्लैक्स और बैनर से सत्य और समानता का संदेश दिया। दरअसल गुरु धासीदास हमेशा सत्य के प्रचारक रहे। वे हमेशा अंधविश्वास और असमानता के विरुद्ध रहे और प्रत्येक व्यक्ति को समान बताया। उन्होंने 7 संदेश भी दिए।